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नाराजगी शायरी
आज की स्टोरी में नाराजगी शायरी का बेहतरीन चुनिंदा कलेक्शन लेकर आएं ।
तेरी यादो के बवंडर में
रोज खुद को खो दिया करती हूं
जब भी याद आती है
तुम्हारी तो रो दिया करती हूं..
फोन कर के रो रहा था मै उसको
सुनो तुम्हारी याद आ रही है
उसने फोन यह कह के काट दिया
सुनो तुम्हारी आवाज़ खराब आ रही है..
जब नफरत करते थक जाओ
एक मौका प्यार को भी दे देना..
जब तड़पेगी तू प्यास से
तूझे वो बादल याद आएगा
जब छोड़ जाएगा तूझे वो
तब तूझे ये पागल याद आएगा..
उसकी हर गलती भूल
जाता हूँ जब वो मासूमियत
से पूछती है नाराज है क्या..
जिंदगी मे अपनापन तो हर
कोई दिखाता है पर अपना है
कौन यह वक़्त ही बताता है..
मत पूछो कैसे गुजरता है
हर पल तुम्हारे बिना कभी
बात करने की हसरत कभी
देखने की तमन्ना..
हिम्मत बहुत की है मैने तुम्हे
भुलाने की पर कम्बक्त इश दिल
से अव तक नही निकाल पाया हू
मै हा तुम्हे नही भूल पाया हूं मै..
नाराजगी हिंदी शायरी
पढ़िए हिंदी शायरी नाराजगी बेहतरीन शायरियां!
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