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अकेलापन शायरी
आज की स्टोरी में अकेलापन शायरी का बेहतरीन चुनिंदा कलेक्शन लेकर आएं ।
ये अकेलापन मुझे भाने लगा अब
करीब जाना मुझे चौकाने लगा अब..
अकेलापन अब हमे सताता है,
दिन मे सपने ओर रातो को जागता है..
सुनो तुम्हारे जाने के बाद हम कभी
अकेलापन महसूस ही नहीं कर पायें
क्या करते कमबख्त तनहाईयों को
मोहब्बत जो हो गई है हमसे..
अकेलापन शायरी
अजीब है मेरा अकेलापन
ना खुश हूँ ना उदास हूँ
बस खाली हूँ और खामोश हूँ..
वो तुम्हारे नज़रिए से अकेलापन हो सकता है
पर मेरे नज़रिए से देखो वो मेरा सुकून है..
दीप रातों को जलाके रखिये
फूल काँटों में खिलाके रखिये
जाने कब घेर ले अकेलापन
एक-दो दोस्त बनाके रखिये..
लिखने का कोई शौक नहीं मुझे,
बस खुद को यु उलझाए रखा है इसमें
क्योंकि इस अकेलेपन में तो बस
सिर्फ उसकी याद आती हैं..
इस चार दिन की जिंदगी में
हम अकेले रह गए
मौत का इंतजार करते करते
अकेलेपन से मोहब्बत कर गए..
अकेलापन हिंदी शायरी
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