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रूठ गई मेरी किस्मत शायरी
आज की स्टोरी में रूठ गई मेरी किस्मत शायरी का बेहतरीन चुनिंदा कलेक्शन लेकर आएं ।
ए खुदा किसी एक का तो नसीब बदल दे
चाहे उसे मेरा या मुझे उसका कर दे..
सारा इलज़ाम अपने सर लेकर
हमने क़िस्मत को माफ़ कर दिया..
ज़िन्दगी है कट जाएगी
किस्मत है
किसी दिन पलट जाएगी..
अपने हाथों अपनी किस्मत बिगाड़ा हूँ
जिंदगी एक खेल है और मैं अनाड़ी हूँ.
मेरा कसूर नहीं जे मेरी किस्मत का कसूर है
जिसे भी अपना बनाने की कोशिश करता हूँ
वो ही दूर हो जाता है
Kismat Shayari
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