आज की स्टोरी में नसीर काजमी की मशहूर शेरो शायरियां, Nasir Kazmi Poetry, Nasir Kazmi Shayari, Nasir Kazmi Hindi Shayari का बेहतरीन बेहतरीन चुनिंदा कलेक्शन लेकर आएं ।
आज तो बे-सबब उदास है जी इश्क़ होता तो कोई बात भी थी
Hindi Nasir Kazmi Shayari
अकेले घर से पूछती है बे-कसी तिरा दिया जलाने वाले क्या हुए
ओ मेरे मसरूफ़ ख़ुदा अपनी दुनिया देख ज़रा
कभी ज़ुल्फ़ों की घटा ने घेरा कभी आँखों की चमक याद आई.
अकेले घर से पूछती है बे-कसी तिरा दिया जलाने वाले क्या हुए
नासिर काज़मी शायरी
आरज़ू है कि तू यहाँ आए और फिर उम्र भर न जाए कहीं.
कौन अच्छा है इस ज़माने में क्यूँ किसी को बुरा कहे कोई