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राहत इंदौरी मोटिवेशनल शायरी
आज की स्टोरी में राहत इंदौरी मोटिवेशनल शायरी का बेहतरीन चुनिंदा कलेक्शन लेकर आएं ।
सफ़र की हद है वहां तक की कुछ निशान रहे
चले चलो की जहाँ तक ये आसमान रहे..
लोग हर मोड़ पर रुक _रुक के संभलते क्यों है
इतना डरते है तो फिर घर से निकलते क्यों है..
राहत इंदौरी मोटिवेशनल शायरी
ये दुनिया है इधर जाने का नईं,
मेरे बेटे किसी से इश्क़ कर,
मगर हद से गुजर जाने का नईं..
ये जा के मील के पत्थर पे कोई लिख आये
वो हम नहीं हैं, जिन्हें रास्ता चलाता है..
राहत इंदौरी शायरी
अब ना मैं हूँ, ना बाकी हैं ज़माने मेरे,
फिर भी मशहूर हैं, शहरों में फ़साने मेरे..
फैसला जो कुछ भी हो, मंज़ूर होना चाहिए,
जंग हो या इश्क़ हो, भरपूर होना चाहिए..
हम से पहले भी मुसाफ़िर कई गुज़रे होंगे
कम से कम राह के पत्थर तो हटाते जाते..
जुबां तो खोल, नजर तो मिला, जवाब तो दे
मैं कितनी बार लुटा हूँ, हिसाब तो दे..
Rahat Indori Shayari
राहत इंदौरी शायरी
आज की स्टोरी में Rahat Indori Motivational Shayari का बेहतरीन चुनिंदा कलेक्शन लेकर आएं ।
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